शायरी,गज़ल, कविता,कहानी,poetry writing
मुहब्बत का पैगाम पसंद है,
तेरे शहर में,
आज-कल हवा कुछ बदली बदली है,
शायद...
अफवाहों का बाजार गर्म है,
कुछ मेहमां आए थे चंद रोज़ के लिए,
जाते ही नहीं...