दिन के उजालो में मुकम्मल हुआ ना जो लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
दिन के उजालो में मुकम्मल हुआ ना जो लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2018

खाली तस्वीरे

चमक बिखरी है महफिल मे,
चाँद सितारे  दामन मे बिखरे क्या ?
गज़ब अंदाज है अदाओ मे,
सीधे जन्नत से उतरे क्या ?
अजब सा दर्द है सीने मे,
सीधे दिल से गुजरे क्या ?