मंगलवार, 25 जनवरी 2022

सीमा पर एक खड़ा प्रहरी

हाथ में हथियार लिए,

आंखों में अंगार लिए,

सीमा पर एक खड़ा प्रहरी,

दिल में भारत मां का प्यार लिए,

कहानी उसकी तुम्हें सुनाऊ,

सर्दी की थी रात भारी,

आंखों से बहवगे आंसू, 

दिल में फूटेगी की चिंगारी,

एक गोली धांय लागी , 

लहू सीने से बहवन लगा ,

रोम-रोम यो सिरहन लगा ,

वह वंदे-मातरम गांवन लागा, 

रक्त की फुहार छुट्टी ,

सांसे आवें रुकी-रुकी,

हाय! वीर वो गिरा धरा पे,

रक्त का श्रंगार लिए ,

सीमा पर एक खड़ा प्रहरी ,

दिल में भारत मां का प्यार लिए...

धुंधला अब तो हुआ नजारा ,

दिखा मां का चेहरा प्यारा ,

बापू की वो आंखें सुनी, 

लाडली का इंतजार ठाडा ,

बेटी का यो चेहरा दिखा ,

मासूम कितना प्यारा-प्यारा ,

आंखों में बस एक प्रशन ,

कब आवेगा बापू म्हारा? 

नम आंखों से धरती चुम्मी,

आखिरी सलाम लिए ,

सीमा पर एक खड़ा प्रहरी, 

दिल में भारत मां का नाम लिए,

देशवासी सुनो गौर से,

मन में सेना का सम्मान लियो,

कुर्बानी यो जाया ना हो,

शान देश की थाम लियो ,

मिलजुल कर तुम रहो सदा,

ईश्वर-अल्लाह नाम लियो ,

जहां कहीं भी दिखे तिरंगा ,

गर्व से सीना तान लियो ,

कलम भी अब रोवन लागी ,

सब्र से तू काम लिए ,

अंकित चौधरी भरा करुणा में ,

लेखनी अब थाम लिए ,

सीमा पर एक खड़ा प्रहरी ,

दिल में भारत मां का नाम लिए।

सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

      *** अंकित  चौधरी ***

2 टिप्‍पणियां:

  1. देशवासी सुनो गौर से,

    मन में सेना का सम्मान लियो,

    कुर्बानी यो जाया ना हो,

    शान देश की थाम लियो ,

    मिलजुल कर तुम रहो सदा,

    ईश्वर-अल्लाह नाम लियो ,

    जहां कहीं भी दिखे तिरंगा ,

    गर्व से सीना तान लियो ,👌👌👌

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