shayarikhanidilse
शायरी,गज़ल, कविता,कहानी,poetry writing
बुधवार, 24 अक्टूबर 2018
दर्जे दसवें ब्याह हो गया
दर्जे दसवें ब्याह हो गया ,
खुशियाँ धरी रही सारी।
डिबिया जलाती थी आँगन मे ,
डिबियाँ बुझी रही सारी।
गुड़िया संग खेलती वो तो ,
गुड़ियाँ धरी रही सारी।
और जानिएं »
सोमवार, 22 अक्टूबर 2018
महफ़िल मे नाम ना उछालो यूँ
महफ़िल मे नाम ना उछालो यूँ ,
इसां
हूँ
,इसां ही रहने दो ,
शोहरत अकेला कर देती ,
गुमनाम
हूँ
,गुमनाम ही रहने दो ,
छलकता मय का प्याला ,
छींटे उड़ा ना गैरो पर ,
और जानिएं »
शुक्रवार, 19 अक्टूबर 2018
ख्वाबों की दुनिया मे रहता हूँ
ख्वाबों की
दुनिया
मे रहता
हूँ
,
आओ
तुम्हें
कुछ ख्वाब उधारी
दे
दूँ ,
चमक जाए चेहरे पर
ख़ुशी
की लाली
,
ऐसी एक खुमारी दे
दूँ ,
ये जो चाँद है •••
और जानिएं »
शनिवार, 13 अक्टूबर 2018
बिरहा की अग्नि मे जलता मेरा मन
बिरहा की अग्नि मे जलता मेरा मन ,
ये ना बुझी है , ये ना बुझेगी ,
सांसो की
लड़ियाँ जो टूटी सी है ,
ये ना जुडी है
,
ये न जुड़ेगी ,
और जानिएं »
बुधवार, 10 अक्टूबर 2018
मक़ाम-ए-इश्क़
इश्क़ मे देखते
-
देखते क्या मक़ाम आया ,
बैठे थे सजदे मे
,
और जुबां पर तेरा नाम आया,
यूँ तो मरने
की चाह ना थी मेरी,
देख तेरे हाथों में खंजर
,
मरने का हसीं ख्याल आया,
और जानिएं »
शुक्रवार, 5 अक्टूबर 2018
खाली तस्वीरे
चमक बिखरी है महफिल मे,
चाँद सितारे दामन मे बिखरे क्या ?
गज़ब अंदाज है अदाओ मे,
सीधे जन्नत से उतरे क्या ?
अजब सा दर्द है सीने मे,
सीधे दिल से गुजरे क्या ?
और जानिएं »
सोमवार, 1 अक्टूबर 2018
अज़ब हालात है मेरे
अज़ब हालात है मेरे ,
कि हालत बेजुबानी है,
मुस्कुराहट है चेहरे पर ,
तो आँखों मे क्यूँ पानी है ?
रिमझिम ये जो सावन की ,
बरसता ये जो पानी है,
बादल
यूँ
जो है ग़रजे ,
और जानिएं »
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)