shayarikhanidilse
शायरी,गज़ल, कविता,कहानी,poetry writing
सोमवार, 1 अक्तूबर 2018
अज़ब हालात है मेरे
अज़ब हालात है मेरे ,
कि हालत बेजुबानी है,
मुस्कुराहट है चेहरे पर ,
तो आँखों मे क्यूँ पानी है ?
रिमझिम ये जो सावन की ,
बरसता ये जो पानी है,
बादल
यूँ
जो है ग़रजे ,
और जानिएं »
गुरुवार, 27 सितंबर 2018
नारी तेरी यही कहानी
हाय
!
नारी
तेरी
यही कहानी
,
चेहरे पर हँसी
,
नयनो
मे
पानी,
कर करे सहज ही वंदन
,
हृदय
में टीस
उठे
,
हिया करे करुण
क्रंदन,
और जानिएं »
सोमवार, 24 सितंबर 2018
झील के किनारे
मैं जा रहा था
,
उस दिन शाम के समय टहलता
,
कुछ सोचता हुआ
,
उस झील के किनारे -किनारे,
सोच रहा था,
जिंदगी के फलसफे के बारे मे
,
जो अपनी इच्छा से नचाता है
,
इंसान को
कठपुतली बनाता है
,
कभी
हसाता है ,
कभी रुलाता है
,
और जानिएं »
शनिवार, 22 सितंबर 2018
ग़र अज़ीज हो मेरे
रात घटाए आई थी घिर कर
,
हवाओं
मे अजब शोर था
,
वो आकर लौट गए दर से मेरे
,
हम समझे के कोई और था
,
अफसाना बन भी जाता कोई
,
कुछ मेरी बेख्याली
,
कुछ शायद रुसवाई का दौर था।
और जानिएं »
गुरुवार, 20 सितंबर 2018
ग़र हो इजाजत
ग़र हो इजाजत तो रुखसत से पहले,
मैं दिल को यूँ खोलू ,
कि पलकें भिगोलू ,
लबो पर जो तेरी,
ये
जो
तन्हाइयाँ है
,
और जानिएं »
मंगलवार, 18 सितंबर 2018
सजदा किया करो
फिरका-परस्ती फैली है माहौल मे
,
सम्हल कर रहा करो
,
खंजर है हर हाथ मे
,
बच के चला करो,
और जानिएं »
शुक्रवार, 14 सितंबर 2018
मुख़्तसर कहो इकरार क्या है
मुख़्तसर कहो इकरार क्या है
मुख़्तसर कहो इकरार क्या है
?
फकीर की फकीरी का कीमतें-बाजार क्या है
?
बदलने से जुब्बा-ओ दस्तार ख्यालात नहीं बदलते
,
मसनद मिले भी तो क्या हालात नहीं बदलते ,
भटकते
रहो दर बदर
,
भटको !
बच के निकल जाने से सवालात नहीं बदलते ,
और जानिएं »
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)